• इस लेख में बताया गया है कि किसी प्रकार कोविड 19 अन्य कई बीमारियों की तुलना में बहुत कम घातक था, इसके बावजूद इसका हौव्वा बनाया गया, जिससे अफरातफरी मची और अधिक मौतें हुई। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि विश्व स्वास्थ संगठन ने बीमारियों से होने वाली मौतों का आंकड़ा जमा करने की विधि में कोविड के मामले में बदलाव कर दिया था।

    इस लेख में आंकड़ों के साथ बताया गया है कि भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, नाइजीरिया व दक्षिण अफ्रीका व अन्य देशों के ग़रीबों के लिए सबसे घातक टी.बी. का संक्रमण है। यह कोरोना की तुलना में बहुत घातक है।

    विश्व में हर साल लगभग 1 करोड़ लोगों को टी.बी. के लक्षण उभरते हैं, जिसे हम सामान्य भाषा में “टी.बी. हो जाना” कहते हैं। इन एक करोड़ लोगों में से लगभग 15 लाख लोगों की हर साल मौत होती है।
    जिन अन्य संक्रामक बीमारियों से दुनिया के गरीब सबसे अधिक लोग मरते हैं, उनका आधिकारिक आंकड़ा इस प्रकार है : डायरिया से हर साल लगभग 10 लाख, न्यूमोनिया से 8 लाख, मलेरिया से 4 लाख, हेपेटाइटिस-सी से 3.99 लाख और हैजा से लगभग 1.43 लाख लोग मरते हैं। इनके अतिरिक्त और भी कई जानलेवा संक्रामक बीमारियाँ हैं, जिनमें से अनेक अभी भी ला-इलाज़ हैं।